जिंदगी के उस अंजन सफ़र पर
कुछ नादानीया हम कर गए
वक़्त के उस तीख़े मोड़ पे
जो दिल को घायल कर गए
भुला के ये सारी दुनिया
उस धूल को पाने चल दिए
न होश था, न कोई खबर थी
क्या होगा अंजाम किस को
फिकर थी
न होश था, न कोई खबर थी
क्या होगा अंजाम किस को
फिकर थी
बस एक जुनून था
जिसे दिल में लिए चल दिए थे
दिल की एक नादाँ खवाहिश
पूरी कर चल दिए थे
भूल गए थे,ये दिल धोकेबाज है
आज है मेरे सीने में
कल किसी और का मेहमान है
भूल गए थे, ये दिल बड़ा बदमाश है
लेकिन जब होश आया
देर हो गयी थी
समय की कुछ हसीन कड़िया
हाथ से गिर गयी थी
आज है मेरे सीने में
कल किसी और का मेहमान है
भूल गए थे, ये दिल बड़ा बदमाश है
लेकिन जब होश आया
देर हो गयी थी
समय की कुछ हसीन कड़िया
हाथ से गिर गयी थी
कुछ यादें थी
जो अब दर्द की दास्ताँ बन गयी थी
जो अब दर्द की दास्ताँ बन गयी थी
पर दिल की वो खवाहिश
अब तक पूरी न हुई थी
अब तक पूरी न हुई थी
कई ज़ख़्म खाए
कई दिल तोड़े है
उन नादानियो के साथ
न जाने कितने अश्क पिरोये है
कई दिल तोड़े है
उन नादानियो के साथ
न जाने कितने अश्क पिरोये है
अब वक़्त आया है
ये दिल कुछ संभला है
धुल के गुबार को भूल कर
हकीकत को पाने चल निकला है
लेकिन नादाँ ये दिल
अब भी बेफिक्रा है
नादानीया करते अब भी नहीं थकता है
और अनजाने में इस दिल
के खातिर हम कितनी
नादानीया कर गए
के खातिर हम कितनी
नादानीया कर गए