Thursday, September 20, 2012

दिल की बात


मेर जां मेरी जां 
जरा  सुन लो  मेरी बात 
मेरी दिल की कहानी 
मेरे दिल के जज्बात 

ज़रा देख इधर 
मान लो मेरी बात 
ज़रा सुन तोह सही 
क्या है इस दिल का हाल 

अब, ऐसे ना रूठो
ज़रा तोह करो बात 
कहने दो मुझे 
मेरी दिल की बात 

ना रोको,  ना तोको 
ना काटो मेरी बात 
 है जो मेरे दिल में 
ज़रा महसूस कर वो एहसास 

कहीं रह ना जाऊ 
कहीं मार ना जाऊ 
बड़े नाजुक बड़े, बड़े संगीम है 
मेरे हालत 

दिल में बसे इस प्यार 
को आज बेरोक बह जाने दे 
आँखों में बसे उस खवाब को
आज जुबा पे आने दे 

अब जो तेरा हो फैसला 
कबूल है मुझे 
हर गम ,हर शिकायत तेरी अब 
मंज़ूर है मुझे 

बस एक बार 
मान लो मेरी बात 
सुन ले मेरी 
ये आखरी फरियाद 
कहने दे मुझे 
मेरी दिल की बात 

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