Saturday, November 19, 2011

इंतज़ार


कुछ अनकहे  
अनसुलझे  सवाल  
दिल में लिए चलता हूँ 

जिंदगी की उलझनों को 
सुलझाने की कोशिश किया करता हूँ 

बहार का इंतज़ार नहीं 
मुझ को  
इस मौसम के बदलने का 
इंतज़ार किया करता हूँ 

मैं अपनी दस्ता के 
कोरे पन्नो पर  
कुछ रंग बिखेरने की दुआ करता हूँ 

चलते चलते 
युही कभी खुबसूरत खवाबो की
कालिया पिरोया करता हूँ 

अपने उलझे सवालो के 
जवाब मैं ढूंढा करता हूँ 

हकीकत से रूबरू हूँ मैं
मगर 
इक नया खवाब 
हर दिन पिरोया करता हूँ 


इस मौसम के बदलने का 
इंतज़ार किया करता हूँ 

Monday, October 17, 2011

बड़ा मुश्किल है



बड़ा मुश्किल है 
तेरी उन बातो को समझना 
जो तू कहती नहीं 

बड़ा मुश्किल है 
तेरे उन जज्बातों को समझना 
जो तू जताती नहीं 

बड़ा मुश्किल है 
तेरी उन अदाओ को समझना 
जो तू ज़रा दिखाती नही 

बड़ा मुश्किल है 
है  ए - नाज़नी तुझे समझना  

जो तू खुद कभी 
सामने आती ही नहीं ,

बड़ा मुश्किल है 
यु  परदे में रह कर  
इस दिल का सौदा करना  

बड़ा मुश्किल है 
यु  चुप रहकर 
दिल के एहसास बयां करना  

बड़ा मुश्किल है
ए -गुलज़ार यु तुझे  समझना 

बड़ा मुश्किल है
यु तुझसे महोबत करना  

Tuesday, September 27, 2011

वो निगाहे

तेरी इन निगाहों में
युही  डूबा रहूँ मैं

तू करती रहे यु ही बातें
और तेरी पलकों  के साए में
यु ही बैठा रहू मैं

रहने  दे आगोश में मुझे
इन गहरी दास्ताँ के बीच

रहने दे मुझे
इन नशीले प्यालो के बीच

इन प्यारी सी आँखों के
दर्मिया क्या बसा है
मुझे खबर नहीं

मुझे रहने दे इन में डूबा
मुझे ज़माने का अब कोई डर नहीं  

Friday, July 29, 2011

वो दूर हम से

वो दूर है हम से 
खफा खफा
रुसवा से बैठे है
एक तरफ हम दिल में
दीदार  की उम्मीद लिए बैठे है

महफ़िल में आज भी सुनी है
उनके दीदार के बिना 
हम रह में उनकी इंतज़ार
के चिराग जलाये बैठे है

वो आ सके मेरे दर तक
रोशन हर रह किये बैठे है 
इंतज़ार की शमा में 
हम खुद को जलाये बैठे है

और वो दूर हम से 
       खफा हुए बैठे है      

Thursday, June 30, 2011

My Angel .....

On a lonely road
one way ride

i travel along the road side
waiting for an angel
to pick me up and drag me away
from miseries of life

heal the pain i felt
 form deep inside

walking along the road side

i saw many dreams
that came and passed away
tears fall from my eyes
and washed away

My feets are fumbling n wanna stop
but i kept going
felt that the angel
waiting for me on another stop

Wednesday, May 18, 2011

फर्रियाद

कतरा कतरा लहू का 
 तू मुझ से जुदा कर दे 

तू चाहे मेरी रूह को 
धुएं में फ़ना कर दे

हर जर्रे  जर्रे में मेरे जिस्म के
तू  चाहे ज़ख्म दे  दे  

बस दिल में हैं एक टुकड़ा याद का
मेरे उस पाक सनम का 

तू चाहे कर लाख सितम मुझ पर
उस टुकड़े पे रहम कर दे ....
            उस टुकड़े पे रहम कर दे... 

Saturday, April 30, 2011

शायद . . ..


शायद न होती
जिंदगी में ये रौशनी समायी
शायद न होती
धडकनों में ये सरगम समायी

गर न होती
जिंदगी में आप 

शायद न होती
सांसे इस जिस्म में

होती बस
ख़ामोशी समायी 

Saturday, April 9, 2011

Dil e Jazbat

kehna to chaha hai dil ne bahut  kuch
par  na keh saki


dil mein thi hazaar baatein chipi
par na baya kar saki


tujhe dekhkar
tera  didiar pa kar
na jane ye sanse kyo ham jati hai


dhadkane jo hua karti hai is dil mein
tujhe same paa kar
na jane kyo behak jati hai


hal e dil  hai kya
kai baar chaha tujhe batana
kis traha tadapta hai dil
chaha tujhe bhi tadpana


par suni si aakho mein bas
talash reh jati hai
tujhe pane ki arzoo
dil mein hi dabi reh jati hai


shayad kabhi kar na saku
baya apni mahobat ki dasta
ye alfaz jo bikhre hai
aaj kagaj pe


kar denge baya
har labz har
har ehsas meri mahobat ka